मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों में मौजूद तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और उन्हें पर्यटन स्थलों के रूप में भी विकसित करेंगे। यह बात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक कार्यक्रम में कही है। इस काम के लिए लगभग 105 करोड़ के बजट का आवंटन किया गया है।

पर्यटन स्थलों में बदले जाएंगे मध्य प्रदेश के तालाब, 28 बनकर तैयार
भोपाल: मध्य प्रदेश के शहरों में मौजूद तालाबों को अब पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा। सीएम मोहन यादव ने शनिवार को राज्य में शहरी तालाबों के सौंदर्यीकरण और उन्हें प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में विकसित करने की सरकार की योजना का ऐलान किया है।
इतना बजट हुआ आवंटित
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शहरी विकास और आवास विभाग शहरी क्षेत्रों में झीलों और तालाबों के संरक्षण और संवर्धन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। पूरे राज्य में 41 शहरी निकायों में 48 तालाबों को बहाल करने और बदलने के लिए 104.46 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
28 का काम पूरा, 20 पर बाकी
सौंदर्यीकरण प्रयासों के अलावा, सरकार चयनित तालाबों को संरक्षित करने, सतही पेयजल स्रोत बनाने और उन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। 28 तालाबों पर काम पहले ही पूरा हो चुका है, जबकि शेष 20 तालाबों पर काम चल रहा है। विभाग ने 2025-26 से शुरू होने वाले अगले तीन वर्षों में अतिरिक्त 50 करोड़ रुपये के वित्तपोषण का भी प्रस्ताव दिया है।
भारत के बारे में कही ये बात
एक अलग कार्यक्रम में सीएम यादव ने भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने शांति और अहिंसा के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। शनिवार को नीलबड़ स्थित ब्रह्माकुमारीज सुख शांति भवन में आयोजित वैश्विक शिखर सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत का सत्ता के प्रति दृष्टिकोण उसे अलग करता है, क्योंकि उसने कभी अन्य देशों पर आक्रमण या शोषण नहीं किया।